पीआई क्लच एक व्यापक-स्पेक्ट्रम कवकनाशी है जिसे मेटिराम 55% + पाइराक्लोस्ट्रोबिन 5% डब्ल्यूजी के साथ तैयार किया गया है, जिसे विभिन्न फसलों में फंगल रोगों के प्रभावी नियंत्रण के लिए डिज़ाइन किया गया है। अपनी दोहरी क्रियाविधि (संपर्क और प्रणालीगत) के साथ, क्लच उपचारात्मक और सुरक्षात्मक दोनों प्रभाव प्रदान करता है, जो फंगल संक्रमणों के खिलाफ लंबे समय तक चलने वाली सुरक्षा सुनिश्चित करता है। यह शुरुआती झुलसा, देर से झुलसा, डाउनी फफूंदी, एन्थ्रेक्नोज और पत्ती के धब्बे जैसी बीमारियों को लक्षित करता है, जिससे स्वस्थ फसलें और बेहतर उपज को बढ़ावा मिलता है।
विशेष विवरण:
विशेषता | विवरण |
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ब्रांड | पीआई इंडस्ट्रीज |
प्रोडक्ट का नाम | क्लच |
रासायनिक संरचना | मेटिरम 55% + पायराक्लोस्ट्रोबिन 5% डब्लूजी |
कार्रवाई की विधी | संपर्क एवं प्रणालीगत (उपचारात्मक एवं सुरक्षात्मक) |
लक्षित रोग | प्रारंभिक तुषार, विलंबित तुषार, कोमल फफूंद, एन्थ्रेक्नोज, पत्ती धब्बा, टिक्का रोग, बैंगनी धब्बा, अल्टरनेरिया तुषार, फल धब्बा रोग |
उपयुक्त फसलें | टमाटर, आलू, अंगूर, मिर्च, प्याज, कपास, सेब, मूँगफली, अनार, जीरा |
मात्रा बनाने की विधि | 45 ग्राम प्रति पम्प या 600 ग्राम प्रति एकड़ |
आवेदन विधि | पत्तियों पर छिड़काव |
अनुकूलता | अधिकांश कीटनाशकों के साथ संगत |
प्रभावशीलता अवधि | 10 दिन |
आवेदन की आवृत्ति | रोग की गंभीरता और कीट प्रकोप के आधार पर |
मुख्य विशेषताएं एवं लाभ:
- व्यापक-स्पेक्ट्रम संरक्षण: कई फसलों में फफूंद जनित रोगों की एक विस्तृत श्रृंखला को नियंत्रित करता है।
- क्रिया का दोहरा तरीका: उपचारात्मक और सुरक्षात्मक दोनों रूपों में कार्य करता है, जिससे रोग पर प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित होता है।
- दीर्घकालिक प्रभाव: प्रयोग के बाद 10 दिनों तक रोग से सुरक्षा प्रदान करता है।
- गहरी पैठ: पौधों की सतह पर मौजूद और पौधों के भागों के नीचे छिपे कवकों को लक्ष्य बनाती है।
- फसल की गुणवत्ता और उपज में सुधार: फंगल संक्रमण को रोकता है, स्वस्थ फसलों और बेहतर उत्पादकता सुनिश्चित करता है।
- प्रयोग में आसान: इसका प्रयोग पत्तियों पर छिड़काव के रूप में किया जा सकता है, तथा यह अधिकांश कीटनाशकों के साथ संगत है।
आवेदन पत्र:
- खुराक: 45 ग्राम प्रति पम्प या 600 ग्राम प्रति एकड़ प्रयोग करें।
- विधि: प्रभावित फसलों पर एक समान कवरेज सुनिश्चित करने के लिए स्प्रे के रूप में प्रयोग करें।
- आवृत्ति: रोग की गंभीरता और पर्यावरणीय परिस्थितियों के आधार पर दोहराएँ आवेदन।