कात्यायनी एम्पेलोमाइसेस क्विस्क्वालिस बायो-फंगसाइड एक जैविक, पर्यावरण-अनुकूल समाधान है जिसे पाउडरी फफूंद और अन्य फंगल रोगों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए डिज़ाइन किया गया है। विरोधी कवक एम्पेलोमाइसेस क्विस्क्वालिस के बीजाणुओं और माइसेलियल टुकड़ों के साथ तैयार किया गया, यह एक निवारक कवकनाशी है जो पौधों को नुकसान पहुँचाने से पहले रोगजनकों को भेदकर उन्हें निष्क्रिय कर देता है। यह हाइपर-परजीवी समाधान जैविक खेती के लिए आदर्श है, जो पर्यावरण संतुलन बनाए रखते हुए फसल के स्वास्थ्य को बढ़ाता है।
विशेष विवरण:
गुण | विवरण |
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ब्रांड | कात्यायनी |
विविधता | एम्पेलोमाइसेस क्विस्क्वालिस |
मात्रा बनाने की विधि | 5 मिली/लीटर (पर्णी छिड़काव) |
| 1.5-2 लीटर/एकड़ (मृदा अनुप्रयोग) |
लक्षित रोग | पाउडरी फफूंद, बोट्रीटिस सिनेरिया, अल्टरनेरिया सोलानी, कोलेटोट्राइकम, और अन्य। |
लक्ष्य फसलें | अंगूर, भिंडी, मटर, सेब, टमाटर, जीरा, मिर्च, धनिया, स्ट्रॉबेरी और गुलाब आदि। |
प्रमुख विशेषताऐं:
- शक्तिशाली एंटी-फंगल क्रिया: पाउडरी फफूंद तथा बोट्रीटिस सिनेरिया और अल्टरनेरिया सोलानी जैसे रोगजनकों के विरुद्ध प्रभावी।
- जैविक एवं पर्यावरण-अनुकूल: मनुष्यों, पशुओं और लाभदायक कीटों के लिए हानिकारक नहीं; जैविक प्रमाणन के लिए उपयुक्त।
- लंबी शैल्फ-लाइफ: पाउडर-आधारित कवकनाशकों की तुलना में तरल निर्माण बेहतर स्थिरता और प्रभावकारिता सुनिश्चित करता है।
- व्यापक फसल प्रयोज्यता: सब्जियों, फलों, सजावटी पौधों और औषधीय फसलों के लिए आदर्श।
- लागत प्रभावी: टिकाऊ खेती के लिए रासायनिक कवकनाशकों का किफायती विकल्प।
फ़ायदे:
- रोग की रोकथाम: पौधों की जड़ों को प्रभावित करने से पहले फफूंद रोग की वृद्धि और प्रसार को रोकता है।
- उन्नत मृदा स्वास्थ्य: सूक्ष्मजीव संतुलन और समग्र मृदा जीवन शक्ति में सुधार करता है।
- अवशेष-मुक्त उपज: कोई हानिकारक रासायनिक अवशेष नहीं छोड़ती, जिससे उपभोग और निर्यात के लिए सुरक्षित फसलें सुनिश्चित होती हैं।
- बहुमुखी उपयोग: घरेलू उद्यानों, नर्सरी और बड़े पैमाने पर कृषि प्रथाओं के लिए उपयुक्त।
- सुरक्षित एवं टिकाऊ: पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ कृषि पद्धतियों को प्रोत्साहित करता है।
उपयोग संबंधी दिशानिर्देश:
- पत्तियों पर छिड़काव:
- प्रति लीटर पानी में 5 मिलीलीटर कात्यायनी एम्पेलोमाइसेस क्विस्क्वालिस मिलाएं और सीधे पौधों पर छिड़काव करें।
- मृदा अनुप्रयोग:
- प्रति एकड़ 1.5-2 लीटर खाद को कम्पोस्ट या जैविक खाद के साथ मिलाएं और मिट्टी में समान रूप से डालें।
- आवेदन सुझाव:
- इसका प्रयोग निवारक के रूप में या फंगल संक्रमण के प्रथम संकेत पर करें।
- अधिकतम प्रभावकारिता सुनिश्चित करने के लिए इसे रासायनिक कवकनाशकों के साथ न मिलाएं।
लक्ष्यित फसलें:
- सब्जियाँ: भिंडी, टमाटर, मटर, खीरा।
- फल: अंगूर, सेब, स्ट्रॉबेरी, आम।
- जड़ी बूटियाँ और सुगंधित पदार्थ: जीरा, धनिया, औषधीय पौधे।
- फूल: गुलाब और अन्य सजावटी फसलें।
लक्ष्यित रोग:
- प्राथमिक: पाउडरी फफूंद जो एरिसिफे प्रजाति, ब्लूमेरिया प्रजाति और अनसिनुला प्रजाति जैसे रोगजनकों के कारण होती है।
- द्वितीयक: बोट्रीटिस सिनेरिया, अल्टरनेरिया सोलानी, कोलेटोट्राइकम और संबंधित रोगजनक।
सावधानियां:
- सीधे सूर्य की रोशनी से दूर, ठंडी, सूखी जगह पर रखें।
- उपयोग से पहले अच्छी तरह हिलाएं।
- रासायनिक कवकनाशकों के साथ संयोजन से बचें।