कात्यायनी प्रोपी फंगसाइड में प्रोपीनेब 70% WP शामिल है, जो एक संपर्क और निवारक फंगसाइड है, जिसमें एक अद्वितीय बहु-साइट मोड ऑफ एक्शन है, जो इसे विभिन्न फसलों में फंगल रोगों के खिलाफ अत्यधिक प्रभावी बनाता है। जिंक से समृद्ध, यह न केवल बीमारियों को नियंत्रित करता है बल्कि पौधों की प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है, जिसके परिणामस्वरूप बेहतर पैदावार और बेहतर फसल की गुणवत्ता होती है।
विशेष विवरण:
गुण | विवरण |
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ब्रांड | कात्यायनी |
विविधता | प्रोपी |
तकनीकी नाम | प्रोपीनेब 70% WP |
मात्रा बनाने की विधि | 4–6 ग्राम/लीटर (घरेलू उपयोग), 600–800 ग्राम/एकड़ (बड़े पैमाने पर अनुप्रयोग) |
आवेदन | पत्तियों पर छिड़काव |
प्रमुख विशेषताऐं:
- दोहरी कार्रवाई: फंगल रोगों के खिलाफ संपर्क और निवारक नियंत्रण दोनों प्रदान करता है।
- विस्तृत स्पेक्ट्रम: सेब, अनार, आलू, मिर्च, टमाटर, अंगूर, चावल, कपास और अन्य सब्जियों और फलों जैसी फसलों पर प्रभावी।
- रोग नियंत्रण: पपड़ी, प्रारंभिक और पछेती तुषार, क्षय, बकआई सड़ांध, कोमल फफूंदी, फलों के धब्बे, तथा भूरे और संकीर्ण पत्ती के धब्बे जैसे रोगों का प्रबंधन करता है।
- प्रतिरोधक गुण: इसकी बहु-साइट क्रिया के कारण यह प्रतिरोधी कवक आबादी को रोकता है।
- जिंक से समृद्ध: फसल की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और उपज और गुणवत्ता में सुधार करने में योगदान देता है।
आवेदन विधि:
- घरेलू उपयोग: 1 लीटर पानी में 4-6 ग्राम कात्यायनी प्रोपी मिलाएं और फसल के ऊपर समान रूप से छिड़काव करें।
- बड़े पैमाने पर अनुप्रयोग: प्रभावी कवरेज के लिए प्रति एकड़ 600-800 ग्राम का उपयोग करें।
- सर्वोत्तम परिणामों के लिए उत्पाद के साथ दिए गए विस्तृत निर्देशों का पालन करें।
उपयोग:
- सेब, अनार, आलू, मिर्च, टमाटर, अंगूर, चावल और कपास जैसी फसलों में फंगल रोगों को नियंत्रित करने के लिए अनुशंसित।
- फसल की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, जिससे अधिक उपज और बेहतर गुणवत्ता प्राप्त होती है।