एम आर पी ₹4,200 सभी करों सहित
1 लीटर EM पाउडर, 1.5 किलो गुड़, और 18 लीटर पानी = 20 लीटर EM घोल।
भूमि निकासी के लिए:
20 लीटर तैयार EM घोल को 200 लीटर पानी के साथ मिलाकर प्रति एकड़ प्रयोग करें।
स्प्रे के लिए:
1 लीटर पानी में 10 मिलीलीटर EM घोल मिलाएं।
मिट्टी का स्वास्थ्य सुधार:
फूलने में सुधार:
स्थिर कम्पोस्ट तत्व:
जड़ शक्ति:
मिट्टी कीट संख्या बढ़ाना:
मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार:
रोग प्रतिरोधक क्षमता:
फसल उत्पादन में आत्मविश्वास:
रासायनिक उर्वरकों का कम उपयोग:
फोटोसिंथेटिक बैक्टीरिया: ये बैक्टीरिया अपना भोजन स्वयं उत्पन्न करते हैं और पौधों को आवश्यक पोषक तत्व जल्दी से उपलब्ध कराते हैं। ये मिट्टी में अन्य लाभकारी बैक्टीरिया और वायरस की वृद्धि को भी बढ़ावा देते हैं।
लैक्टोबैसिलस (लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया): ये बैक्टीरिया कार्बोहाइड्रेट और शर्करा को लैक्टिक एसिड में बदलते हैं, जिससे मिट्टी में नेमाटोड की वृद्धि को नियंत्रित किया जाता है।
यीस्ट: यीस्ट पौधे के ऊतक विभाजन और जड़ वृद्धि के लिए आवश्यक हार्मोन और एंजाइम उत्पन्न करता है। यह फोटोसिंथेटिक बैक्टीरिया द्वारा उत्पादित शर्करा और अमीनो एसिड का उपयोग करके लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया उत्पन्न करता है।